बीईओ रीवा के लिपिक जिला कार्यालय में है अटैच, उनकी जगह शिक्षक कर रहे हैं बाबूगीरी
नगर प्रतिनिधि, रीवा
दो दिवस पूर्व आयुक्त लोक शिक्षण द्वारा शिक्षकों का संलग्नीकरण समाप्त किए जाने के आदेश से जहां एक ओर विभाग में हलचल मच गई है, वहीं दूसरी ओर अधिकारियों को इसका कोई भय अभी भी ही नहीं है। बताया गया है कि रीवा विकासखंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में पदस्थ दो लिपिक रमा प्रसन्नधर द्विवेदी एवं संजीव वर्मा लंबे समय से डीईओ कार्यालय में आसंजित है। उनके स्थान पर कार्य करने के लिए एक दो नहीं बल्कि 6 शिक्षकों का आसंजन सहायक संचालक वीईओ कार्यालय रीवा द्वारा किया गया था। शासन का आदेश आने के बाद कार्यालय में अटैच 4 शिक्षको को तो कार्य मुक्त कर दिया गया किंतु दो शिक्षकों को अभी तक आसंजित करके रखा गया है। इसके विपरीत वहीं वीईओ रीवा कार्यालय के दोनों लिपिक डीईओ कार्यालय में अभी तक अटैच है। मिली जानकारी के अनुसार कार्यालय प्रमुख द्वारा कहां जा रहा है कि जब तक डीईओ कार्यालय के दो लिपिको को इस कार्यालय के लिए कार्य मुक्त नहीं करेंगे तो उनके स्थान पर इन शिक्षकों को अटैच करके रखना हमारी मजबूरी है। भले ही उनके विद्यालय का पठन-पाठन ठप्प हो रहा है। वही वीईओ कार्यालय के एक लिपिक जिला पंचायत रीवा में भी लंबे समय से अटैच है। दूसरी और संकुलो में नेता-विधायको के रिश्तेदार मन माफिक तौर पर अटैच है। दर्जन से भी ज्यादा शिक्षक विधायकों के निज सचिव बने बैठे उनके स्थान पर विद्यालय में अतिथि शिक्षक रखे जा रहे हैं जहां शासन को दोहरी आर्थिक क्षति हो रही है। शासन के आदेश आए चार दिवस से ज्यादा समय बीत गया लेकिन संलग्नीकरण अभी तक समाप्त नहीं हुआ है।
लंबे समय से चल रहा जुगाड़ का खेल
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय में अटैचमेंट का खेल एक लंबे अरसे से जारी है। बताया गया है कि राजनीतिक पकड़ व सेटिंग वाले शिक्षक मुख्यालय में ही रहना चाहते हैं और यहीं से अपनी गतिविधि संचालित करते हैं। शिक्षकों के आसंजन के मामलों को लेकर कई बार आदेश निर्देश जारी हो चुके हैं लेकिन उसके बाद भी अधिकारी अपनी मनमानी करने से नहीं चूकते। अब एक बार फिर जब आयुक्त लोक शिक्षण संचालनालय का आदेश जारी हुआ है ऐसी स्थिति में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय क्या निर्णय लेता है लोगों को इसका इंतजार है।