वक्ताओं ने माना- समाज के प्रबुद्ध जनों को आगे आना आवश्यक
विशेष संवाददाता, रीवा
मानस भवन रीवा में आयोजित एक कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्य लोकायुक्त सत्येंद्र कुमार सिंह ने यह माना कि वर्तमान में बढ़ते अपराध समाज के लिए चुनौती के साथ एक ज्वलंत समस्या बन चुकी है। इसे रोकने के लिए भारतीय संस्कृति के अनुरूप आदर्श पैमाने को समाज के बीच परिलक्षित किया जाए तो उसका असर पड़ेगा और अपराध की स्थितियों में नियंत्रण हो सकता है। इसमें समाज के प्रबुद्ध जनों की प्रमुख भूमिका होगी।
प्रदेश के मुख्य लोकायुक्त सत्येंद्र कुमार सिंह मानस भवन में प्रांतीय कलाकार संघ द्वारा आयोजित एक सेमिनार को संबोधित कर रहे थे। अपने विस्तृत उद्बोधन में अपराध के बढ़ते हुए प्रभाव तथा अपराध के विभिन्न स्वरुपों पर प्रकाश डालते हुए समाज में नैतिकता के तीव्र गति से हो रहे पतन पर चिंता व्यक्त की गई तथा समाज सुधार तथा अपराध नियंत्रण का एक मात्र साधन भारतीय संस्कृत को बताया गया साथ ही समाज के प्रबुद्ध लोगों को इस दिशा में आगे बढक़र प्रयास करने की प्रेरणा भी दी गई।
उक्त अवसर पर स्टेट वार काउंसिल के सदस्य तथा वरिष्ठ अधिवक्ता अखंड प्रताप सिंह द्वारा भी सारगर्भित व्याख्यान दिया गया। अन्य वक्ताओं मे प्रख्यात विद्वान पूर्व प्रधान जि़ला न्यायाधीश ए के सिंह, पुलिस महानिरीक्षक महेंद्र सिंह सिकरवार, हितेंद्र नाथ शर्मा ने भी अपनी बाते रखी। इस दौरान मानस मण्डल के अध्यक्ष सुभाष पाण्डेय द्वारा भी अपने विचार रखे गए। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक लोकायुक्त गोपाल सिंह धाकड, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सोनकर , जि़ला शिक्षा अधिकारी सुदामा लाल गुप्ता, जनपद सीईओ प्रदीप दुबे, राहुल पाण्डेय, जि़ला समन्वयक फरहद जैब, सुपर स्पेशलटी के अधीक्षक डॉ. अक्षय श्रीवास्तव, प्रमोद सिंह, दिवाकर मिश्रा सरपंच टिकुरी सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता गण एवं समाज के प्रबुद्ध नागरिकों की उपस्थित उल्लेखनीय रही। कार्यक्रम का संचालन प्रातीय कलाकार संघ के संयोजक राजेश शुक्ला द्वारा किया गया।