अधिकारियों की ड्यूटी लगाने की जिम्मदारी होगी कलेक्टर की
अप्रवेशी बच्चों के अभिभावकों से करना होगा सम्पर्क
नगर प्रतिनिधि, रीवा
सभी सरकारी स्कूलों में जिलों में पदस्थ प्रथम और द्वितीय श्रेणी के अफसरों को स्कूलों में जाकर एक पीरियड लेना होगा। इस दौरान ये अधिकारी बच्चों को अध्यापन के तरीकों के बारे में बताएंगे। कलेक्टरों की जिम्मेदारी होगी कि ऐसे अधिकारियों की शाला वार ड्यूटी लगाएं और इसका फीडबैक भी लें। स्कूल शिक्षा विभाग ने ये निर्देश 18 जून से शुरू होने वाले स्कूल चलें हम अभियान को लेकर जारी किए हैं।
विभाग द्वारा जारी निर्देशों में कहा गया है कि गांवों एवं बसाहट के ऐसे बच्चों को चिन्हित करने का काम किया जाएगा जिनके नाम विद्यालय में नहीं लिखे हैं। इनके नाम लिखने के बाद उनके अभिभावकों का विद्यालय आने पर स्वागत किया जाए। 19 जून को सभी शालाओं में अभिभावकों के साथ शालेय गतिविधियों पर चर्चा होगी जिसमें कक्षावार विषय, शैक्षणिक कैलेण्डर, अध्ययन-अध्यापन प्रक्रिया, अभिभावक-शिक्षक बैठकों, सह शैक्षणिक गतिविधियों, शाला में उपलब्ध सुविधाओं आदि की जानकारी दी जायेगी। 20 जून को जनप्रतिनिधियों, समाज के विभिन्न क्षेत्रों के प्रसिद्ध प्रभावशाली, प्रबुद्ध एवं सम्मानित व्यक्तियों को एक प्रेरक की भूमिका में विद्यार्थियों से चर्चा के लिए बुलाया जायेगा। स्कूलों में विद्यार्थियों से भेंट के लिए अन्य इच्छुक व्यक्तियों को चयन की ऑनलाईन सुविधा लिंक के द्वारा उपलब्ध रहेगी। इच्छुक व्यक्ति किसी एक शाला का चयन कर स्थानीय स्तर पर विशिष्ट उपलब्धियां हासिल करने वाली खिलाड़ी, साहित्यकार, कलाकार, संस्कृतिधर्मी, समाजसेवी, उद्योगपति, उन्नत एवं सफल किसानों, व्यवसायी, मीडिया और संचार मित्रों, सैन्य और पुलिस अधिकारी, वरिष्ठ शासकीय अधिकारियों आदि के मध्य उक्त कार्यक्रम का व्यापक प्रचार- प्रसार किया जायेगा। बाहर से आने वाले व्यक्ति इस दौरान विद्यार्थियों को विद्यालय के लिए उपयोगी वस्तुएं भेंट कर सकेंगे।
ऐसे चलेगा प्रवेशोत्सव कार्यक्रम
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा स्कूल चलें हम अभियान के अंतर्गत प्रवेशोत्सव कार्यक्रम 18, 19 एवं 20 जून को होगा। अभियान के अंतर्गत 18 जून को सांसद व विधायक किसी एक शाला में सहभागिता करेंगे। शाला स्तर पर आयोजित स्कूल चलें हम अभियान कार्यक्रम में शाला के पूर्व विद्यार्थियों एवं जनप्रतिनिधियों को बुलाया जायेगा। सभी पात्र विद्यालयों में विशेष भोजन का वितरण किया जाएगा। राज्य शासन की ओर से अभिभावकों को संबोधित पत्र का वितरण किया जाएगा। कक्षा के आधार पर उपयोगी स्टेशनरी सामग्री की अभिभावकों को जानकारी दी जाएगी एवं पुस्तकों का मुफ्त वितरण किया जाएगा।