अल्हबा बंजारी एवं नाउन से कजरा निर्माणाधीन सड़क बहा रही आंसू
✍️ शिवेंद्र तिवारी
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हनुमना– सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए भले ही बड़े-बड़े वादे किए जाते हो, लेकिन धरातल पर सरकार के जिम्मेदार आला अफसर व ठेकेदार मिलीभगत कर सरकार को करोड़ों रुपये का चूना लगा रहे हैं। सड़क,बिजली,पानी,शिक्षा हर व्यक्ति के लिए अतिआवश्यक है। इन सभी में सरकार करोड़ों रुपए खर्च भी कर रही है मगर जब हम बात करें इन कार्यों के निर्वहन करने वाले लोगों की सुविधाओं की कोई चिंता नहीं है। ऐसा ही नजारा मध्य प्रदेश के नवीन जिले मऊगंज के हनुमना जनपद के पूर्वी क्षेत्र में करोड़ों रुपए लागत की बन रही सड़क चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट। जहां निर्माण एजेंसी और ठेकेदार के बीच मिलीभगत हो जाए वहां निर्माण कार्य का भगवान ही मालिक है। संबंधित अधिकारियों पर मामले में लापरवाही बरतने के आरोप लग रहे। अब जनप्रतिनिधि सहित ग्रामीणों में गुणवत्ताहीन सड़क निर्माण को लेकर काफी आक्रोश देखने को मिल रहा। दर असल आपको बता दें कि अल्हवा बंजारी नाउन से कजरा गांव में बन रही करोड़ों रुपए की सड़क निर्माण में हो रहा भ्रष्टाचार वही सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ग्रामीण क्षेत्र के सड़क निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार को मऊगंज जिले के पीडब्ल्यूडी विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों का खुला संरक्षण प्राप्त है जिसके कारण ठेकेदार का हौसला बुलंद है और मनमानी तरीके से गुणवत्तविहीन कार्य कर रहा है जिसका खामियाजा यहां से गुजर रहे लोगो को भुगतना पड़ेगा।
खबर प्रकाशित होने के बाद भी नहीं जागा प्रशासन ? खबरों के माध्यम से विभाग व प्रशासन को कई बार अवगत कराया गया। इसके बावजूद ठेकेदार पर आंख मूंदकर भरोसा करने वाले जनप्रतिनिधि व अधिकारी खामोश बने रहे। घटिया ढंग से कराए गए निर्माण को लेकर जितनी भी शिकायतें उठाई गईं अनसुनी रहीं। यह सब मिलीभगत और कमीशनखोरी का प्रमाण हैं वही इस रोड के निर्माण कार्य की जांच कराई जाए तो घोटाले का सच सामने आ सकता है। बशर्ते ठेकेदार को पूरा-पूरा संरक्षण देने वाले जांच से दूर रखे जाएं तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा। हनुमना में युवा समाजसेवियों के द्वारा कार्यवाही की मांग दरअसल आपको बता दें कि हनुमना में अल्हवा बंजारी नाउन से कजरा गांव में बन रहे सड़क निर्माण में हो रहे भ्रष्टाचार को लेकर युवा समाजसेवी आनंद मिश्रा, दीपक सिंह गहरवार, टिंकल गुप्ता,सरोज गुप्ता, प्रमोद कुमार वर्मा, लक्ष्मीकांत मिश्रा, बब्बू शुक्ला,अंजनी कुमार पांडे, गौरी शंकर पांडे, आशीष कुमार, प्रमोद कुमार, प्रदीप कुमार पांडे, सुखराम केवट, पिंटू यादव आदि लोगों ने कमिश्नर एवं जिला कलेक्टर कार्यालय मऊगंज से आवश्यक कार्यवाही की मांग की है। अब देखना दिलचस्प है कि समाजसेवियों की इस मांग में मऊगंज कलेक्टर क्या कुछ कार्रवाई करते हैं।